सार
“बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को लखनऊ में आयोजित पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया और अपनी राजनीतिक विरासत सौंप दी। आकाश ने वेस्ट यूपी से राजनीति में प्रवेश किया था।”
बसपा सुप्रीमो मायावती व आकाश आनंद (बायें)।
विस्तार
“मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया। उन्होंने रविवार को पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक में इस निर्णय का ऐलान किया। यहां तक कि उन्होंने आकाश को उन राज्यों का संगठन मजबूत करने का जिम्मा सौंपा है, जहां पार्टी की स्थिति कमजोर है। यूपी और उत्तराखंड में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी बसपा सुप्रीमो ने खुद संभाली है।”
“आकाश आनंद के बारे में जानकारी देते हुए कहा जा सकता है कि वह मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के पुत्र हैं। उन्होंने गुरुग्राम से शुरुआती शिक्षा प्राप्त की और फिर लंदन में 2013 से 2016 के बीच एमबीए की पढ़ाई की। वापस आने के बाद, उन्होंने कुछ कंपनियों की स्थापना भी की। हालांकि, फिर उन्होंने राजनीति में कदम रखने का निर्णय किया। आकाश आनंद ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश की धरती से पहली बार राजनीति में कदम रखा।”
“मायावती ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के देवबंद में आयोजित एक रैली में आकाश आनंद को मंच पर अपने साथ बैठाकर पार्टी काडर को संदेश दिया कि भविष्य में आकाश ही बसपा संगठन में अहम भूमिका निभाने वाले हैं। उन्होंने वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में आकाश को स्टार प्रचारक बनाया गया और साथ ही युवाओं को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।”
“पिछले वर्ष, मार्च महीने में, मायावती ने आकाश को पार्टी का नेशनल कोआर्डिनेटर बनाकर सभी को हैरान कर दिया था। इसके बारे में जानकरी देते हुए बताया जा सकता है कि आकाश की शादी पार्टी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ की पुत्री डॉ. प्रज्ञा से बीते मार्च महीने में हुई थी। सहारनपुर में 2019 की गठबंधन की चुनावी सभा में आकाश शामिल हुए थे।
आकाश आनंद ने 2019 के लोकसभा चुनाव में देवबंद में हुई गठबंधन की रैली में बुआ संग पहली बार राजनीतिक मंच पर पांव रखा था। इस मौके पर उन्होंने मायावती, अखिलेश यादव, चौधरी अजित सिंह, और जयंत चौधरी के साथ मंच साझा किया था।””पार्टी में तब से ही कयास लगाए जाने लगे थे कि आकाश आनंद ही मायावती के उत्तराधिकारी होंगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बसपा नेता आकाश आनंद को उत्तराधिकारी बनाए जाने से खुश हैं। जिला अध्यक्ष जनेश्वर प्रसाद का कहना है कि वह पूरी तरह से पार्टी और बहन जी के साथ हैं। उनका मानना है कि निश्चित रूप से युवा आकाश आनंद बहन जी के साथ मिलकर पार्टी को मजबूत करेंगे।”
‘एक नजर में आकाश आनंद का प्रोफाइल
- जन्म: आकाश आनंद का जन्म 1995 में नोएडा में हुआ था।
- शिक्षा: उन्होंने नोएडा और गुरुग्राम से स्कूली शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद, 2013 से 2016 तक लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ प्लाईमाउथ से एमबीए की शिक्षा प्राप्त की।
- व्यापार और करियर: वापस भारत आने के बाद, आकाश ने खुद का व्यवसाय शुरू किया और पिता के कारोबार को संभाला। उन्हें पांच कंपनियों से जोड़ा गया है और उनका नेटवर्क करोड़ों रुपये का है।
- राजनीति में कदम: वर्ष 2016 में आकाश आनंद ने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया।
- सोशल मीडिया प्रोफाइल: उनके एक्स पर 184 लाख फॉलोवर्स हैं और फेसबुक पर 53 हजार फॉलोवर्स हैं।
- परिवार: आकाश आनंद ने बसपा के पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ की बेटी डॉ. प्रज्ञा से शादी की है।